अरे दीवानों---हमें पहचानो
पहचानने वाले को पानीपत की महाराजा बार में एक शाम फ्री
मौज-मस्ती के तराने आपके.
पहचानने वाले को पानीपत की महाराजा बार में एक शाम फ्री
मौज-मस्ती के तराने आपके.
प्रीत के सारे बहाने आपके.
चांदनी, चंपा, चमेली, चाँद भी,
बोलते-बिंदास माने आपके..
--योगेन्द्र मौदगिल
28 comments:
बाकी सब तो बहुत खूब साहब,
हटा लें जो तस्वीर-ए-पैमाने आपके ...
यह माहौल बना रहे।
लो जी पहचान लिया । अब क्या करें ?
अरे पहचानो, ज़रा पहचानो, मुझे पहचानो, मैं हूँ कौन ...
मैंने तो तीन बार पहचान लिया... अब!
पिछाण लिए जी - पाणीपत की महाराजा बार पार्टी पक्की।:)
ये तिल्यार क्या हो गया यार पूरा काण्ड हो गया !
:):)
... amar ... akbar ... anthony ...!!!
निगाह थोडी कमजोर सै..इस करकै पहचान मैं कोणी आ रहे...कूण सैं :)
so nice
पहचान तो गये....
वाह मोदगिल जी वाह........
ब्लॉग पे भी आप की मौजूदगी,
हम तो पहले से दीवाने आपके.
बंदे तो पिचाण लिए जी , पर जूस न पता चल रया किसका हैगा ..एप्पिल है या मुसम्मी
मुझे पहचानने में कोई कठिनाई नहीं ...
मुझे आपका काम याद है ....पर, पता नहीं चल रहा है ...जैसे ही पता चलेगा में जरुर आपसे संपर्क करूँगा ...शुक्रिया
मौदगिल जी!...नमस्कार!.... बिच में खडे तो आप है!.....और ?...फोटो बडी पेश करें!...आप का गजल-गीत संग्रह 'आंधी आंखे, गीले सपने..' वास्तविकता के धरातल पर होते हुए भी मनोरंजक है!....बहुत अच्छा लगा, धन्यवाद!
पहचान लिया :) पानीपत की टिकट भेजिए अब.:)
हम्म बड़ी गर्मी रही होगी कि ठंडा पी रहे हो :)
देर से आया। कई लोग पहले ही पहचान चुके हैं। मेरी कोई ज़रूरत नहीं अब।
इन कातिल निगाहों से कहाँ तक छुपोगे जनाब .... पहचान गए ....
कूल कूल .... लगता है सोडा के साथ हा हा हा
इन्ही की पहचान के लिये तो महाराज धृतराष्ट्र ने रामप्यारे को मना किया था, अब बतादे क्या?:)
रामराम
इन्ही की पहचान के लिये तो महाराज धृतराष्ट्र ने रामप्यारे को मना किया था, अब बतादे क्या?:)
रामराम
फोटो में जरूर कुछ कांट छाँट हुई है, योगेन्द्र मौदगिल की जांच कराई जाये ! शरीफ लोगों को बदनाम किया जा रहा है, मौदगिल जैसे लोगों को ब्लॉग जगत से बाहर किया जाए !
भाई मूंछों वाले तो ललित हैं दाढ़ी वाले आप हैं और बीच वाले सतीश जी हैं...अब उठाओ जाम...चियर्स...
नीरज
पिछाण म्है तै कोन्या आरह्ये
पर जब इतने ब्लॉगरां नैं महाराजा बार म्है पार्टी दोगे तो हमनै के बाहर काढ दोगे, हम भी बैठ ज्यांगे पाछै नै जाकै।
जै रामजी की
दाढी वाले तो अमिताभ बच्चन है पक्का . बाकि दो ...लगते तो ब्लागर टाइप है
है कोई बात हुई खुद हो तो लिए टुन्न के शार्गिद और दिल्ली वालो को भुल गए। कमीने हम भी कम नहीं.....कल्ले की तस्वीर लगा देंगे...आर कह देंगे ....मैं मेरी और पैमाना..औह जांगे तीन हम भी
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