कुछ सुनती, कुछ कहती बातें........

कुछ सुनती, कुछ कहती बातें.

खामोशी से बहती बातें.




हाय, ज़माना देख-देख कर,

मन भीतर ही रहती बातें.



सच कहना तो मुश्किल है भई,

मुझको अक्सर कहती बातें.



उन्हें समझना कठिन नहीं रे,

सीमा में जो रहती बातें.



ज्वालामुखी फूटता है तब,

जब बातों को सहती बातें.



सुन कर हवा-हवाई चरचे,

खुले थपेड़े सहती बातें.



बात-बात में कही 'मौदगिल',

बातों में जो रहती बातें.

--योगेन्द्र मौदगिल

20 comments:

विनोद कुमार पांडेय said...

बातों ही बातों में एक बेहतरीन ग़ज़ल...बातों की महिमा खूब कही आपने..सुंदर भाव ...हमें बहुत बढ़िया लगी..धन्यवाद ताऊ जी...प्रणाम स्वीकारें

भारतीय नागरिक - Indian Citizen said...

बहुत ही बढ़िया लगती हैं जी
हमको मौदगिल साहब की बातें.

hem pandey said...

इन बातों में कह डाली हैं
बहुत पते की महती बातें.

डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali) said...

बहुत बढ़िया ........प्रणाम स्वीकारें............

सम्वेदना के स्वर said...

आप ने आदतें खराब कर दी हैं..क्या करें,बाज नहीं आते हम भी…

बातों से अफवाहें बनतीं
और चोरों सी भगती बातें.
मैंने उसका नाम लिया था
वन वन देख भटकती बातें.

संगीता पुरी said...

बात बात में इतनी बात आप ही कह सकते हैं .. बहुत बढिया रचना !!

राज भाटिय़ा said...

बहुत खुब जी बातो बातो मै याद आ गई बाते.....
धन्यवाद

Udan Tashtari said...

बहुत सटीक गज़ल!! वाह!

डॉ टी एस दराल said...

बहुत सही बातें कही हैं , मोदगिल जी ।
बढ़िया ।

संगीता स्वरुप ( गीत ) said...

बहुत सुन्दर है ये सारी बातें...

Satish Saxena said...

हमेशा की तरह तीखी और सटीक बातें ! शुभकामनायें मौदगिल भाई !

नीरज गोस्वामी said...

बहुत खूब भाई जब भी करते हो गज़ब ही करते हो...इसी ज़मीन पर चलते चलते हमारे भी दो एक शेर सुन लो...

ठंडे मन से गर कर लो तो
हो जाती सब नक्की बातें

हासिल क्या होता है करके
बे मतलब की रददी बातें

जीवन जीना सिखलाती है
मां की लोरी,पप्पी,बातें

Neeraj

रंजना said...

बातों ही बातों में ,निराले अंदाज में, कितनी न्यारी बातें कह डाली आपने ...

बहुत ही सुन्दर रचना....सभी शेर लाजवाब !!!!

अनामिका की सदायें ...... said...

bat bat me bat kah dena aapse seekhna padega. shandar prastuti.

KALAAM-E-CHAUHAN said...

hay zaman dekh kekh kar,
man bheetar hi rahti baten

jwala mukhi foote hai jab
jab baton ko sahti baten

subhan allah .....naye javiye hain janab baton ke .......aa ha

पवन धीमान said...

Unhe Samajhna kathin nahi re, Seema me jo rahti baaten... bahut khoob..

Dr.Ajmal Khan said...

khoobsoorat hai sir ji.

निर्मला कपिला said...

बातें बातें बातें आपकी कलम हर वक्त बोलती है-- लिखते जाओ जाओ क्या ये थकती नही? बहुत खूबसूरत रचना बधाई

Dr.Ajmal Khan said...

sir bahut sateek aur sanjeeda prastuti...........

संजय भास्‍कर said...

बहुत ही सुन्दर रचना....सभी शेर लाजवाब !!!