घूंघट के पट खोल सखे.
अन्ना-अन्ना बोल सखे..
भ्रष्टाचार मिटाना है,
बात यही अनमोल सखे..
अचरज से सब देख रहे,
सत्ता डांवाडोल सखे..
बच्चा-बच्चा फोड़ेगा,
इन लुच्चों का ढोल सखे..
लोकपाल बिल लाएँगे,
बम-बम, बम-बम बोल सखे..
चलो 'मौदगिल' अनशन पर,
ले कविता रमझोल सखे..
--योगेन्द्र मौदगिल
14 comments:
अच्छे भविष्य की कामना करते हैं !
जन्माष्टमी शुभ हो !भाई जी
जय अन्ना ।
जय हिंद ।
अच्छी और सटीक प्रस्तुति
वाह बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनायें।
@@भ्रष्टाचार मिटाना है,
बात यही अनमोल सखे..
अचरज से सब देख रहे,
सत्ता डांवाडोल सखे..
वाह,बहुत बढ़िया .
श्री कृष्णजन्माष्टमी शुभ हो .
वह गुरुदेव ... सच है अन्ना को सफल बनाना है .. लोकपाल को लाना है ... मज़ा आ गया आपका अंदाज़ देख कर ...
कृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएं ...
वाह सुंदर ...बहुत सुंदर भाव ....
त्याग दे भ्रष्टाचार की नैया,
हो गया इसमें होल सखे!
बहुत सुन्दर...बधाई
लोकपाल बिल लाएँगे,
बम-बम, बम-बम बोल सखे..
चलो 'मौदगिल' अनशन पर,
ले कविता रमझोल सखे..
बहुत खूब मौदगिल साहब ।
आपने जो दोहे लिख्खे
वे सब हैं अनमोल सखे ।
देश का भविष्य सुखद हो।
पूरी ग़ज़ल बेहतरीन, तिस पर ये शेर तो माशा अल्लाह......!!!!
भ्रष्टाचार मिटाना है,
बात यही अनमोल सखे..
हालत को भांपते हुए बहुत मौजू ग़ज़ल है ..... बहुत बहुत शुभकामनायें !!!
saral shabdoon mei man ki awaz...
sunder rachna..
योगेन्द्र मौदगिल जी देवी की कृपा से आप के नारों ने आनंद और जोश भर दिया
भ्रमर ५
बच्चा-बच्चा फोड़ेगा,
इन लुच्चों का ढोल सखे..
लोकपाल बिल लाएँगे,
बम-बम, बम-बम बोल सखे..
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