जब भी कोई लीक ढूंढना.
प्यार के प्रतीक ढूंढना.
जि़न्दगी है लंबा सफ़र,
साथ ठीक-ठीक ढूंढना.
कोई जल्दबाज़ी नहीं,
दुश्मनी सटीक ढूंढना.
कल्पना में हिंद-कुश रहे,
अब ना रोमां-ग्रीक ढूंढना.
पत्थरों से दोस्ती हो तो,
मेरे सा हक़ीक ढूंढना.
प्रेम-धागा खो गया कहीं,
ध्यान से बारीक़ ढूंढना.
--योगेन्द्र मौदगिल
30 comments:
आज तो सदके जावां ...
:-)
भाभी जी को प्रणाम !
वाह ..बहुत सुन्दर रचना ..प्यार के प्रतीक ... बहुत सुन्दर
आज तो गज़ल में घणा ही वजन सै
क्युंके पहले तो एकले का था,
इब भाभी जी भी साथ सै।
राम राम
आपके चित्र में ही प्यार के प्रतीक और प्रमाण मिल गये।
बहुत-बहुत बधाई ||
खूबसूरत तस्वीर के साथ खूबसूरत ग़ज़ल...
प्रेम धागे को थामे रखना भाई ।
आज कुछ खास बात है क्या ?
बिन जाने भी बधाई ।
yogendr bhai bhtrin .akhtar khan akela kota rajsthan
पत्थरों से दोस्ती हो तो,
मेरे सा हक़ीक ढूंढना.
प्रेम-धागा खो गया कहीं,
ध्यान से बारीक़ ढूंढना.
वाह, क्या बात है...बहुत खूब...
वाह वाह आज खुबसूरत ग़ज़ल के साथ , मुबारक हो
@@जि़न्दगी है लंबा सफ़र,
साथ ठीक-ठीक ढूंढना.....
वाह ..बहुत सुन्दर..
पत्थरों से दोस्ती हो तो,
मेरे सा हक़ीक ढूंढना.
प्रेम-धागा खो गया कहीं,
ध्यान से बारीक़ ढूंढना.
लाजवाब!
बहुत ही प्यारी ग़ज़ल।
bhut bhut sunder rachna....
बहुत अच्छा मशविरा सजीले शब्दो में...धन्यवाद और बधाई
बहुत बढ़िया....
प्रेम का धागा सही ढूँढा है । प्यारी गज़ल ।
कोई जल्दबाज़ी नहीं,
दुश्मनी सटीक ढूंढना.
भाई जी मान गए...
नीरज
छोटी बहर की बहुत बढ़िया ग़ज़ल ...
हर शेर जानदार..
प्रेम-धागा खो गया कहीं,
ध्यान से बारीक़ ढूंढना.bahut sunder shabdon ka chayan liye sunder rachanaa.badhaai aapko.
क्या खूब लिखा है आपने मजा आ गया
जब भी कोई लीक ढूंढना.
प्यार के प्रतीक ढूंढना.
lajabab......bahut sunder.
बहुत सुन्दर रचना...बधाई
बहुत खूब गुरुदेव ,... लाजवाब लिखा है इस छोटी बहार में भी कमाल किया है ... साथ में भाभी हैं तो हमारा प्रणाम ...
पत्थरों से दोस्ती हो तो,
मेरे सा हक़ीक ढूंढना.
- waah
अद्भुत.... लाज़वाब....
सादर...
वाह!! बेहतरीन ...बहुत उम्दा रचना.
जि़न्दगी है लंबा सफ़र,
साथ ठीक-ठीक ढूंढना.
क्या बात है मित्र पहली बार पढ़ा apko ,परिपक्व काव्य एवं विचार कभी -२ मिलते हैं , सुंदर कथ्य व शब्द संयोज प्रीतिकर है,शुक्रिया जी /
आज आपकी गजल पढ़ने का अवसर भी मिल गया...आहा,,,छोटी बहार की बहुत उम्दा गज़ल...
आभार मोदगिल जी..:)
जि़न्दगी है लंबा सफ़र,
साथ ठीक-ठीक ढूंढना.
कोई जल्दबाज़ी नहीं,
दुश्मनी सटीक ढूंढना.
dil ko chhu gayin ye panktiyan.
--Mayank
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