लघु-व्यंग्य
स्टेटस-सिम्बल'
एड्स विश्व की
सर्वाधिक विकृत बीमारी है
किन्तु फिर भी
सारा विश्व इसका आभारी है
क्योंकि जिस दिन डाक्टर
इस का इलाज जान लेंगे
तो ये कमबख्त दुनिया वाले
इसे भी
:स्टेटस-सिम्बल'
मान लेंगे.....
इसे भी स्टेटस-सिम्बल' मान लेंगे.....
** योगेन्द्र मौदगिल
नोट :- दरअसल ये कविता यहीं पर समाप्त नहीं होती.
कुछ विकृति-चित्रण और भी अनायास ही हो गया...
मित्र-मण्डली ने पसंद तो किया पर भाव में हल्की अश्लीलता की मोहर भी लगा दी.....
आप सब सुधि पाठकों पर निर्णय छोड़ता हूँ कि
इस कविता का शेष भाग प्रकाशित करूं या नहीं.....?
नोट :- दरअसल ये कविता यहीं पर समाप्त नहीं होती.
कुछ विकृति-चित्रण और भी अनायास ही हो गया...
मित्र-मण्डली ने पसंद तो किया पर भाव में हल्की अश्लीलता की मोहर भी लगा दी.....
आप सब सुधि पाठकों पर निर्णय छोड़ता हूँ कि
इस कविता का शेष भाग प्रकाशित करूं या नहीं.....?
15 comments:
पूरा भाग दिखाओ जी,
ज्यादा अश्लील मत दिखाना,
इस बीमारी को तो केवल हरामी, लुच्चे, लफ़ंगे ही स्टेटस सिम्बल बना सकते है,
जिसको ये बीमारी किसी की गलती से मिली होगी उसके दिल से पूछिये।
यही मित्र मण्डली जब एस एम एस भेजती है तो उसमें सेंसर नहीं लगाती तो आप क्यों एक व्यंग्य रचना से हमें महरूम कर रहे हैं। सुना दीजिये पूरी कविता
बालिग हैं हम :)
प्रणाम
ओर आण दो |
अच्छा व्यंग ...
पूरी कविता पेश की जाये... आपका स्वास्थ्य कैसा है..
वाह, क्या धोया है।
abhi tak ki voting ka aashay hai ki poori kavita post kar doon. to theek hai kal dopahar tak prakashit kar doonga.......
सही परिभाषा।
सटीक व्यंग !
करारा व्यंग्य।
पूरी कविता तो पढ़नी ही पड़ेगी। अधूरी में क्या मजा है।
गज़ब की धार है,आपकी कलम में।
गुरुदेव सभी परिपक्व हैं ... लिख़्ड़ो ... इतना ग़ज़ब का व्यंग है ... क्या कहने आपकी . की धार के ...
इसे भी स्टेटस-सिम्बल' मान लेंगे.....
सही फ़रमाया मौदगिल जी
सच तो कड़वा होता ही है । फिर रही बात अश्लीलता की सो तो समाज में बहुत फैल गयी है उसे कैसे रोकेंगे आप!
# इस कविता का शेष भाग प्रकाशित करूं या नहीं.....?
दादा ! अब सिर ओखली में दिया हुआ है तो … चिंता किस बात की ? :)
धन्य है यह स्टेटस-सिम्बल भी !
पुरानी कई पोस्ट्स आज पढ़ी हैं स्वास्थ्य का ध्यान रखें
कभी कवि सम्मेलनीय जिम्मेवारी हमें सौंप दिया करें … ;)
हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं !
- राजेन्द्र स्वर्णकार
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