सभी मित्रों को प्रणाम
विंडो करप्ट और हार्ड डिस्क खल्लास
लेकिन हार्ड डिस्क कम्बक्त गारंटी में थी
सो कम्प्यूटर वाले ने
बदलने भेज दी
लगभग दो महीने बाद मिली है
अभ्यास छूट गया है लेकिन
एक दोहे के साथ अपनी उपस्तिथि दर्ज करवा रहा हूँ
कि
देखो मेरे लाल का कितना खूब कमाल
कल तक जी का खेल था अब जी का जंजाल
--- योगेन्द्र मौदगिल
17 comments:
स्वागत है वापसी का....दोहा बहुत खूब है ..
वापसी पर हार्दिक स्वागत !....दोहा बहुत बढिया है!
Welcome Sir !
आगे से ध्यान रखियेगा कि ओवर आल 75% अटेंडेंस जरूरी है !:)
स्वागत है आपका ...शुभकामनायें
जी सही कहा , खेल तो जी का जंजाल ही बना हुआ है ।
आपका इंतज़ार था सर और वास्तव में अब ये खेल तो जी का जंजाल बन चुके है !
्स्वागत है जी.
घणा स्वागत भाई.
रामराम
पुनर्वापसी का स्वागत है !!
अब भी है जंजाल कवि जी यहाँ आईए
रपट आपके खोने की है देख जाइए
हम चिंतित थे और सभी बेचैन थे साथी
सूई सा कारण समझे थे, निकला हाथी!
http://samvedanakeswar.blogspot.com/2010/07/blog-post_23.html
सुस्वागतम्!!
स्वागत है..ताऊ जी...बहुत इंतज़ार करवाया आपने..
पुन्हा की बोर्ड सम्हालने पर स्वागत । ये दोहा आपके कम्पूदेव जी पर सटीक बैठता है ।
वो ही मैं कह रहया था के मौदगिल साहब लम्बे आराम पे क्युंकर चलगे।
इब बेरा पाटया के मामला कुछ ओर ही था
कवि का के भरोसा के करले।:)
चुपचाप चले गये थे।
मैने तो सोचा पता नहीं कोई अनहोनी तो नहीं हो गयी।
वापसी का स्वागत है।
स्वागत ... स्वागत .. कविवर ! आप की कमी खल रही थी !!
too gud :)
इतनी मोटी आइटम गायब कैसे हो सकती थी....
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