सबरंग रेडियो डेनमार्क पर योगेन्द्र मौदगिल

भाई अनुराग शर्मा जी ने बहुत पहले मुझे कहा था कि मैं अपनी कविताऒं की आडियो भी साथ ही लगाऊं मगर कंप्यूटर के आधे-अधूरे ग्यान के कारण अब तक नहीं कर पाया था पर इस बीच बेटे दिवाकर की सहायता से कविता रिकार्ड कर के भेजनी सीख गया. यद्यपि ब्लाग पर अभी भी पोस्ट नहीं कर पा रहा हूं.........
मगर इस बीच नीरज जी की प्रेरणा व मार्गदर्शन से सबरंग रेडियो डेनमार्क से कुछ रचनाएं प्रसारित हुई उन्हीं का लिंक प्रस्तुत है सुनियेगा


20 comments:

Smart Indian said...

बहुत बहुत बधाई, योगेन्द्र जी. आपकी कवितायें भी सुनीं और बहुत आनंद आया. "दुर्गा कहीं लक्ष्मी तो काली बेटियाँ..." क्या खूब!

राजीव तनेजा said...

अरे वाह!..मज़ा आ गया...


सुन कर आनन्द ले रहा हूँ

PN Subramanian said...

"बकरों ने बकरीद पर अल्लाह से किया सवाल"
अब आपकी आवाज़ तो बकरों के मुह से भी आने लगी. हा हा. बधाई. मजा आया

Alpana Verma said...

waah! bahut achchha laga.

Mubaraq ho aap ko.

संगीता पुरी said...

बहुत बहुत बधाई .. सबसे पहले बेटियां पर ही क्लिक किया है .. सुन रही हूं !!

श्रद्धा जैन said...

Bahut bahut badhayi
sach mein kavita padhne se zayad sunne mein aanand aata hai

Pt. D.K. Sharma "Vatsa" said...

वाह्!
बहुत बहुत बधाई जी!!!

राज भाटिय़ा said...

वाह वाह क्या बात है जी, बहुत सुंदर गजल, बाकी भी अभी सुनते है,
धन्यवाद

Mishra Pankaj said...

बहुत बहुत बधाई

daanish said...

b a d h a a a e e e...!!

"saraswati-suman" ka
haas-parihaas
visheshaank
mil gayaa hogaa..?!?
aapke sampaadan meiN patrika suruchipoorn bn padee hai
abhivaadan svikaareiN

के सी said...

कई शिकायतें थी और मैं भी व्यस्त... आज आपने सबरंग सुना दिया तो मन धुल कर साफ़ हो गया है, वैसे आपकी अनुपस्थिति अक्सर परेशां किया करती थी पता नहीं बड़े भाई कहाँ खो गए हैं. एक पोस्ट अभी पढ़नी शेष है.

योगेन्द्र मौदगिल said...

किशोर जी आज के दैनिक भास्कर में कहीं पढ़ा है कि आज क्षमा-दिवस है..... मैं आपकी उदारता की सराहना करता हूं. ये उदारता बस यों ही बनाएं रखें..
एक बात आर भी है कि शिकायतें मुखर नहीं होंगी तो प्यार बढ़ेगा कैसे...? शेष शुभ....

दिगम्बर नासवा said...

गुरुदेव आज तो आपकी आवाज़ भी सुन ली ........... मज़ा आ गया ........

समयचक्र said...

बहुत बहुत बधाई ....और ढेरो शुभकामना .

बाल भवन जबलपुर said...

बधाईयां
योगेन्द्र जी आभार सबरंग
हम सब अभिभूत हैं

डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali) said...

bahut bahut badhai

दीपक 'मशाल' said...

bahut badhai ho Yogendra ji.....

पी.सी.गोदियाल "परचेत" said...

बहुत बधाई, योगेन्द्र जी !

नीरज गोस्वामी said...

इसको कहते हैं मजा आना...आया की नहीं...हींग लगी न फटकारी...

नीरज

Dr. Amar Jyoti said...

आपके ब्लॉग पर तो आपकी रचनायें पढ़ता ही रहता था। पर आपकी ही आवाज़ में सुन पाने की तो बात ही अलग है।
हर्दिक बधाई।