भाई अनुराग शर्मा जी ने बहुत पहले मुझे कहा था कि मैं अपनी कविताऒं की आडियो भी साथ ही लगाऊं मगर कंप्यूटर के आधे-अधूरे ग्यान के कारण अब तक नहीं कर पाया था पर इस बीच बेटे दिवाकर की सहायता से कविता रिकार्ड कर के भेजनी सीख गया. यद्यपि ब्लाग पर अभी भी पोस्ट नहीं कर पा रहा हूं.........
मगर इस बीच नीरज जी की प्रेरणा व मार्गदर्शन से सबरंग रेडियो डेनमार्क से कुछ रचनाएं प्रसारित हुई उन्हीं का लिंक प्रस्तुत है सुनियेगा
20 comments:
बहुत बहुत बधाई, योगेन्द्र जी. आपकी कवितायें भी सुनीं और बहुत आनंद आया. "दुर्गा कहीं लक्ष्मी तो काली बेटियाँ..." क्या खूब!
अरे वाह!..मज़ा आ गया...
सुन कर आनन्द ले रहा हूँ
"बकरों ने बकरीद पर अल्लाह से किया सवाल"
अब आपकी आवाज़ तो बकरों के मुह से भी आने लगी. हा हा. बधाई. मजा आया
waah! bahut achchha laga.
Mubaraq ho aap ko.
बहुत बहुत बधाई .. सबसे पहले बेटियां पर ही क्लिक किया है .. सुन रही हूं !!
Bahut bahut badhayi
sach mein kavita padhne se zayad sunne mein aanand aata hai
वाह्!
बहुत बहुत बधाई जी!!!
वाह वाह क्या बात है जी, बहुत सुंदर गजल, बाकी भी अभी सुनते है,
धन्यवाद
बहुत बहुत बधाई
b a d h a a a e e e...!!
"saraswati-suman" ka
haas-parihaas
visheshaank
mil gayaa hogaa..?!?
aapke sampaadan meiN patrika suruchipoorn bn padee hai
abhivaadan svikaareiN
कई शिकायतें थी और मैं भी व्यस्त... आज आपने सबरंग सुना दिया तो मन धुल कर साफ़ हो गया है, वैसे आपकी अनुपस्थिति अक्सर परेशां किया करती थी पता नहीं बड़े भाई कहाँ खो गए हैं. एक पोस्ट अभी पढ़नी शेष है.
किशोर जी आज के दैनिक भास्कर में कहीं पढ़ा है कि आज क्षमा-दिवस है..... मैं आपकी उदारता की सराहना करता हूं. ये उदारता बस यों ही बनाएं रखें..
एक बात आर भी है कि शिकायतें मुखर नहीं होंगी तो प्यार बढ़ेगा कैसे...? शेष शुभ....
गुरुदेव आज तो आपकी आवाज़ भी सुन ली ........... मज़ा आ गया ........
बहुत बहुत बधाई ....और ढेरो शुभकामना .
बधाईयां
योगेन्द्र जी आभार सबरंग
हम सब अभिभूत हैं
bahut bahut badhai
bahut badhai ho Yogendra ji.....
बहुत बधाई, योगेन्द्र जी !
इसको कहते हैं मजा आना...आया की नहीं...हींग लगी न फटकारी...
नीरज
आपके ब्लॉग पर तो आपकी रचनायें पढ़ता ही रहता था। पर आपकी ही आवाज़ में सुन पाने की तो बात ही अलग है।
हर्दिक बधाई।
Post a Comment