क्षणिका

1
आधुनिक राम ने
इतिहास कुछ ज्यादा ही
दोहरा दिया
गर्भवती पत्नी को
जंगल नहीं
स्वर्ग ही पहुंचा दिया


अधिकारी
रिश्वत न मिलने पर
अक्सर यही कहता है
सोच ले बेटा
पानी पुल के नीचे
से ही बहता है
--योगेन्द्र मौदगिल

15 comments:

दिनेशराय द्विवेदी said...

आजाद है भारत,
आजादी के पर्व की शुभकामनाएँ।
पर आजाद नहीं
जन भारत के,
फिर से छेड़ें संग्राम
जन की आजादी लाएँ।

Udan Tashtari said...

सटीक!!

स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाऐं.

Prabhakar Pandey said...

सादर नमस्कार।
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ। आप जैसे अग्रज, विद्वानों का आशिर्वाद सदा बना रहे यही प्रार्थना है।

इन क्षणिकाओं के बारे में तो बस यही- सटीक, यथार्थ, सामाजिक, मार्मिक और गागर में सागर।

Anonymous said...

आज स्वतंत्रता दिवस आयिए इस बेला पर पूरे देश को आवाज़ लगाये की ग़रीबी और भुखमरी और नहीं रहने देंगे! आज़ादी के मायने नहीं बदलने देंगे! छोटे बड़ों से मार्गदर्शन लेंगे!

राजीव रंजन प्रसाद said...

धारदार क्षणिकायें है। सोचने पर बाध्य करती हैं..आपकी कलम को सादर नमन करते हुए स्वाधीनतादिवस की हार्दिक श्भकामनायें।


कुहू का कोना के लिये मेरा उत्साहवर्धन करने के लिये आभार। मेरी बिटिया को आपने आशीष प्रदान किया, यह स्नेह बनाये रखियेगा।


***राजीव रंजन प्रसाद

Anil Pusadkar said...

bahut badhiya.double badhai aapko,swatantrata divas ki aur achhi post ki

L.Goswami said...

स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।

L.Goswami said...

स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।

डॉ .अनुराग said...

theek kaha gurudev.......aazaad bharat ki aazadi kuch alag hai....

Ashok Pandey said...

स्‍वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
क्षणिकाएं अति सुंदर हैं।

सतीश पंचम said...

वाह क्या खूब कही....

सोच ले बेटा
पानी पुल के नीचे
से ही बहता है

सीधे ही अंडर पुल मांग रहा है।

सुनीता शानू said...

स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाऐं.
जय-हिन्द!

राज भाटिय़ा said...

स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई ओर शुभकामनाएँ।

योगेन्द्र मौदगिल said...

aap sabhi ka dhanywad.
aapki tippaniyan roj kuch n kuch likhwa deti hai.
nirantarta bani rahe
inhi shubhkamnaon ke saath
--YM

ताऊ रामपुरिया said...

पानी पुल के नीचे
से ही बहता है


बहुत सटीक क्षणिकाएं है ! धन्यवाद !
लेट लतीफी की माफी !