tag:blogger.com,1999:blog-5644679837404379931.post5017542249102082025..comments2023-10-30T13:42:53.538+05:30Comments on कवि योगेन्द्र मौदगिल: धड़ से गायब सर लगे....योगेन्द्र मौदगिलhttp://www.blogger.com/profile/14778289379036332242noreply@blogger.comBlogger29125tag:blogger.com,1999:blog-5644679837404379931.post-67984820269195739522009-07-12T21:55:01.455+05:302009-07-12T21:55:01.455+05:30bahut badhia.....bahut badhia.....कंचनलता चतुर्वेदीhttps://www.blogger.com/profile/12380457436009692667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5644679837404379931.post-7015883360101672322009-07-07T20:10:55.161+05:302009-07-07T20:10:55.161+05:30Bahut badhiya ashaar padhne ko mile Yogendra ji. K...Bahut badhiya ashaar padhne ko mile Yogendra ji. Khoobsoorat Gazal.<br /><br />मुझको तुम्हारी बेवफाई पर यकीं बिल्कुल न था<br />लेकिन मुझे करना पड़ा जब पीठ पर खंज़र लगे<br /><br />दोस्तों की देख कर नज़रें इनायत मौदगिल<br />दोस्तों से दो कदम का फासला बेहतर लगे<br /><br />Bahut khoob !<br /><br />God bless<br />RCPritishihttps://www.blogger.com/profile/18027391149451748413noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5644679837404379931.post-31549280220945839362009-07-05T14:52:13.983+05:302009-07-05T14:52:13.983+05:30दोस्तों की देख कर नज़रें इनायत मौदगिल
दोस्तों से द...दोस्तों की देख कर नज़रें इनायत मौदगिल<br />दोस्तों से दो कदम का फासला बेहतर लगे<br /><br />आपका daarshnik andaaz भी lajawaab है guru dev............. mast लिखा हैदिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5644679837404379931.post-13135763793692623852009-07-05T11:50:02.469+05:302009-07-05T11:50:02.469+05:30bahut badhiya..
Badhaai !!bahut badhiya..<br /><br />Badhaai !!Yogihttps://www.blogger.com/profile/15382350910254695035noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5644679837404379931.post-46470852501527927702009-07-04T21:55:03.606+05:302009-07-04T21:55:03.606+05:30'दोस्तों से दो कदम का फ़ासला बेहतर लगे'
बह...'दोस्तों से दो कदम का फ़ासला बेहतर लगे'<br />बहुत कठोर पर सटीक व्यंग।<br />बधाई।Dr. Amar Jyotihttps://www.blogger.com/profile/08059014257594544439noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5644679837404379931.post-1268654516677363752009-07-04T20:35:32.650+05:302009-07-04T20:35:32.650+05:30मुझको तुम्हारी बेवफाई पर यकीं बिल्कुल न था
लेकिन म...मुझको तुम्हारी बेवफाई पर यकीं बिल्कुल न था<br />लेकिन मुझे करना पड़ा जब पीठ पर खंज़र लगे<br /><br />bahut sachha sherश्रद्धा जैनhttps://www.blogger.com/profile/08270461634249850554noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5644679837404379931.post-36576649837154847582009-07-04T17:30:22.013+05:302009-07-04T17:30:22.013+05:30kheench laayee aapkii rachana hamein...kheench laayee aapkii rachana hamein...Vinayhttps://www.blogger.com/profile/08734830206267994994noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5644679837404379931.post-69433359707958659012009-07-04T10:55:56.470+05:302009-07-04T10:55:56.470+05:30SAARI SACHCHAYEEYAAN KITANE SALIKE SE KAHI HAI AAP...SAARI SACHCHAYEEYAAN KITANE SALIKE SE KAHI HAI AAPNE.... MAGAR IS SHE'R KE KYA KAHANE... BAHOT KHUBSURATI SE HAK ADAA KIYA HAI AAPNE....<br /><br />दोस्तों की देख कर नज़रें इनायत मौदगिल<br />दोस्तों से दो कदम का फासला बेहतर लगे<br /><br />BAHOT BAHOT BADHAAYEE IS SHE'R KE LIYE<br /><br /><br />ARSH"अर्श"https://www.blogger.com/profile/15590107613659588862noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5644679837404379931.post-71500885298772623492009-07-03T23:46:46.701+05:302009-07-03T23:46:46.701+05:30बिल्कुल सही लिखा है जी आपने....बहुत बढिया!बिल्कुल सही लिखा है जी आपने....बहुत बढिया!Pt. D.K. Sharma "Vatsa"https://www.blogger.com/profile/05459197901771493896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5644679837404379931.post-45363413887431006822009-07-03T22:54:27.406+05:302009-07-03T22:54:27.406+05:30जब भी देखूं आईना तो धड़ से गायब सर लगे
सरकटा धड़ द...जब भी देखूं आईना तो धड़ से गायब सर लगे<br />सरकटा धड़ देख अपना सच बहुत ही डर लगे.....<br />bahut khoobsoorat.डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5644679837404379931.post-23221308409254339462009-07-03T19:44:02.034+05:302009-07-03T19:44:02.034+05:30दोस्तों की देख कर नज़रें इनायत मौदगिल
दोस्तों से द...दोस्तों की देख कर नज़रें इनायत मौदगिल<br />दोस्तों से दो कदम का फासला बेहतर लगे<br /><br />बहुत बढियाराजीव तनेजाhttps://www.blogger.com/profile/00683488495609747573noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5644679837404379931.post-31347050717183302802009-07-03T19:22:18.098+05:302009-07-03T19:22:18.098+05:30मुझको तुम्हारी बेवफाई पर यकीं बिल्कुल न था
लेकिन म...मुझको तुम्हारी बेवफाई पर यकीं बिल्कुल न था<br />लेकिन मुझे करना पड़ा जब पीठ पर खंज़र लगे<br /><br />बहुत बढ़िया योगन्द्र जी क्या बात है बधाई.समयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5644679837404379931.post-77740922774250131862009-07-03T18:56:21.119+05:302009-07-03T18:56:21.119+05:30डाईनिंग टेबुल के नीचे से पकड़ता रोटियां
शख्स ये सर...डाईनिंग टेबुल के नीचे से पकड़ता रोटियां<br />शख्स ये सरकारी दफ्तर का कोई अफसर लगे<br /><br />इनपर यूँ नज़र रखता है जो <br />हमको तो ये कवि मोदगिल लगे ....शेफाली पाण्डेhttps://www.blogger.com/profile/14124428213096352833noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5644679837404379931.post-42292214643502439292009-07-03T18:56:20.280+05:302009-07-03T18:56:20.280+05:30डाईनिंग टेबुल के नीचे से पकड़ता रोटियां
शख्स ये सर...डाईनिंग टेबुल के नीचे से पकड़ता रोटियां<br />शख्स ये सरकारी दफ्तर का कोई अफसर लगे<br /><br />इनपर यूँ नज़र रखता है जो <br />हमको तो ये कवि मोदगिल लगे ....शेफाली पाण्डेhttps://www.blogger.com/profile/14124428213096352833noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5644679837404379931.post-11652868578984341282009-07-03T18:41:17.038+05:302009-07-03T18:41:17.038+05:30डाईनिंग टेबुल के नीचे से पकड़ता रोटियां
शख्स ये सर...डाईनिंग टेबुल के नीचे से पकड़ता रोटियां<br />शख्स ये सरकारी दफ्तर का कोई अफसर लगे<br /><br />दोस्तों की देख कर नज़रें इनायत मौदगिल<br />दोस्तों से दो कदम का फासला बेहतर लगे<br /><br />bahut khubsuratकुलदीप "अंजुम"https://www.blogger.com/profile/02096435711959078271noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5644679837404379931.post-81069989010237314662009-07-03T18:08:53.270+05:302009-07-03T18:08:53.270+05:30डाईनिंग टेबुल के नीचे से पकड़ता रोटियां
शख्स ये सर...डाईनिंग टेबुल के नीचे से पकड़ता रोटियां<br />शख्स ये सरकारी दफ्तर का कोई अफसर लगे<br />भाई जी जिंदाबाद...एक दम नयी बात पैदा की है शायरी में...मजा आ गया पढ़ कर...आप का जवाब नहीं.<br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5644679837404379931.post-83726491230445162842009-07-03T16:20:42.195+05:302009-07-03T16:20:42.195+05:30ऐसे बहुत से हैं जिनके धड़ पर सिर हैं ही कहाँ.ऐसे बहुत से हैं जिनके धड़ पर सिर हैं ही कहाँ.Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5644679837404379931.post-28547412490680155362009-07-03T16:07:28.903+05:302009-07-03T16:07:28.903+05:30बहुत खूबसूरत तरीके से सचाई बयाँ की है।बहुत खूबसूरत तरीके से सचाई बयाँ की है।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5644679837404379931.post-77193406398719745092009-07-03T14:09:44.996+05:302009-07-03T14:09:44.996+05:30मुझको तुम्हारी बेवफाई पर यकीं बिल्कुल न था
लेकिन म...मुझको तुम्हारी बेवफाई पर यकीं बिल्कुल न था<br />लेकिन मुझे करना पड़ा जब पीठ पर खंज़र लगे<br />बहुत सुंदर योगेन्दर जी होश भी तभी आती है.<br />धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5644679837404379931.post-73606598767496815992009-07-03T13:40:55.820+05:302009-07-03T13:40:55.820+05:30दोस्तों की देख कर नज़रें इनायत मौदगिल
दोस्तों से द...दोस्तों की देख कर नज़रें इनायत मौदगिल<br />दोस्तों से दो कदम का फासला बेहतर लगे<br /><br />सच कहा और सलीके से कहा। इसके लिये आप धन्यवाद के पात्र हैं।रविकांत पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/14687072907399296450noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5644679837404379931.post-52811089779349565692009-07-03T13:19:45.161+05:302009-07-03T13:19:45.161+05:30बहुत ही बढिया शेर लिखे हि आपने ..........विविधता ह...बहुत ही बढिया शेर लिखे हि आपने ..........विविधता है ...सुन्दर ........ओम आर्यhttps://www.blogger.com/profile/05608555899968867999noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5644679837404379931.post-34652461420048251572009-07-03T13:13:17.088+05:302009-07-03T13:13:17.088+05:30बेहतरीन ग़ज़ल।
दोस्तों की देख कर नज़रें इनायत मौदगि...बेहतरीन ग़ज़ल। <br />दोस्तों की देख कर नज़रें इनायत मौदगिल<br />दोस्तों से दो कदम का फासला बेहतर लगे<br /><br />ये ज्यादा ही सच्चा लगा।सुशील छौक्कर https://www.blogger.com/profile/15272642681409272670noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5644679837404379931.post-59715039203823187282009-07-03T13:08:23.866+05:302009-07-03T13:08:23.866+05:30'डाईनिंग टेबुल के नीचे से पकड़ता रोटियां
शख्स ...'डाईनिंग टेबुल के नीचे से पकड़ता रोटियां<br />शख्स ये सरकारी दफ्तर का कोई अफसर लगे'<br />सत्य वचन !Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5644679837404379931.post-45732702261408393532009-07-03T13:05:47.282+05:302009-07-03T13:05:47.282+05:30बेहतरीन । सबकी सच्चाई ।बेहतरीन । सबकी सच्चाई ।Himanshu Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/04358550521780797645noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5644679837404379931.post-46887588807398307742009-07-03T12:08:33.784+05:302009-07-03T12:08:33.784+05:30सरकारी अफसर का सही चित्रण किया है!सरकारी अफसर का सही चित्रण किया है!भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.com